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महामारी के बीच सपनों को साकार करना: किशोर की कहानी
जब मार्गशाला शुरू हुआ, किशोर भी अपने स्वयं के जुनून और मार्गशाला के आकाओं से प्रेरित होकर, अपने ट्रेकिंग उद्यम को आगे बढ़ाया। लॉकडाउन ने बहुत की आजीविका को बदल दिया है, लेकिन यह सपनों और आशाओं को नष्ट नहीं कर सका। किशोर ने पर्यटन अभियानों के लिए एक वाहन किराए पर देना भी शुरू कर दिया है। उनकी उद्यमशीलता ने उन्हें अपने उद्यम का विस्तार करने और यह महसूस करने के लिए प्रेरित किया कि पहाड़ के युवाओं के सपने सच हो सकते हैं।